रामपुर. समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता एवं सांसद आजम खां पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। सांसद आजम खां के हमसफर रिसोर्ट की दीवार पर शुक्रवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। यह जौहर यूनिवर्सिटी रोड पर बना है। आजम खां ने सिंचाईं विभाग के नाला की करीब 1000 गज जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कर रखा था।
सिंचाई विभाग का आरोप है कि रिसोर्ट में नाले की जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। इस कारण बढ़कुशिया नाला बंद हो गया है। सिंचाई विभाग ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी के न्यायालय में वाद दायर किया था। 3 सप्ताह पहले उपजिलाधिकारी ने आदेश जारी किए थे कि अतिक्रमण को हटा दिया जाए, लेकिन इसके बाद भी ने अतिक्रमण नहीं हटाया गया। उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी, एसडीओ सिंचाई सिकंदर खान पूरी टीम के साथ पांच बुलडोजर और भारी पुलिस फोर्स के साथ हमसफर रिसोर्ट पहुंचे।
सुबह सिंचाई विभाग की टीम पुलिस फोर्स को लेकर मौके पर पहुंचीं और रिसोर्ट के दीवार को तोड़ दिया। मौके पर कार्रवाई चल रही है। विरोध को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। आजम खां के आलीशान हमसफर रिसॉर्ट पर आज बुलडोजर चलेगा। जिला प्रशासन इसके लिए मुस्तैद है। पुलिस को भी इस कार्रवाई की सूचना दी गई है। उप जिलाधिकारी ने तीन सप्ताह पहले उनके हमसफर रिसोर्ट के एक हिस्से को तोडऩे के आदेश दिए थे। यह दीवार सिंचाई विभाग की एक हजार वर्ग गज भूमि पर बनी थी।
इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई और नाले की जमीन पर बनी दीवार को तोड़ दिया। कार्रवाई के दौरान जौहर यूनिवर्सिटी रोड की ओर आने वाला मार्ग भी दो घंटे बंद रहा। सिंचाई विभाग का कहना है कि 1000 वर्ग गज जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। एसडीएम ने बताया कि 300 मीटर की दीवार अभी तोड़ी गई है। जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि नाले पर अतिक्रमण था। उसको हटवा दिया गया है।
आजम खां पर आरोप है कि अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल में रिसॉर्ट के लिए उन्होंने सिंचाई विभाग के नाले की एक हजार गज जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। सिंचाई विभाग इस मामले में कई बार आजम खां को नोटिस भी जारी कर चुका है। उधर से कोई जवाब न मिलने पर आज कार्रवाई की जा रही है।
रामपुर से सांसद और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां पर रामपुर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। आजम खां को पहले रामपुर भू-माफिया घोषित किया गया। इसके बाद जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वारा को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया।