सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की गयी थी, जिसके बाद दंगें भड़क गये थे। उसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटर ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि खुद प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उनके साथ दिल्ली के कई इलाकों का दौरा किया था।
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने टाइटर की सफाई पर पटलवार करते हुए दंगों में राजीव गांधी की भूमिका पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि टाइटर की बातों से साफ जाहिर होता है कि जब 1984 के दंगों में दिल्ली में सिखों की हत्याएं हो रही थीं, तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी दंगों का निरीक्षण कर रहे थे। यह बहुत ही गंभीर मामला है, और इसकी जांच करनी चाहिए।
जगदीश टाइटर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जब सभी सांसद उनके घर पर मौजूद थे, तब राजीव गांधी ने सभी सांसदों को हड़काते हुए अपने-अपने इलाकों में जाने को कहा था।
यह मामला ऐसे समय में तूल पकड़ा है, जब इस महीने की शुरूआत में सुप्रीम कोर्ट ने इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों की पुन: जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। इस कमेटी में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी राजदीप सिंह और आईपीएस अधिकारी अभिषेक दुल्लर को भी शामिल किया गया है। यह कमेटी सुप्रीम कोर्ट में दो महीने के अंदर अंतरिम रिपोर्ट सौंपेगी।
31 अक्टूबर, 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उन्हीं के अंगरक्षकों ने गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या के विरोध में देशभर में दंगे हुए थे।