वर्ल्ड डेस्क। भारत में भारी विरोध एवं प्रदर्शन के बीच मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून बना लिया है। इसके बाद Pakistan भले ही दुनिया के कई देशों के सामने रोने का नाटक कर रहा हो लेकिन इसके पीछे की सच्चाई जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। सच्चाई तो ये है कि Pakistan में हिंदू समेत अन्य अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की हालत बेहद खराब है।
यूएन की ताजा Report के मुताबिक, Pakistan में जब से इमरान खान की सरकार बनी है तब से अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के मामले बढ़े हैं। यूएन की 47 पन्नों की इस Report में खुलासा किया गया है इमरान खान सरकार अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दे रही है।
Report के मुताबिक Pakistan में हिंदू और ईसाई समुदाय को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है। हर साल इन दोनों समुदाय की सैकड़ों महिलाओं को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है। इन महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराकर जबरन मुस्लिम पुरुषों के साथ शादी करने पर मजबूर किया जाता है। शादी होने के बाद अपहरणकर्ताओं की ओर से गंभीर धमकियां दी जाती हैं, जिसके बाद पीड़ित महिलाएं फिर कभी अपने परिवार से मिल भी नहीं पाती हैं। Report में बच्चों से बातचीत का भी जिक्र किया है। बातचीत के दौरान बच्चों ने स्वीकार किया है कि उन्हें शिक्षकों व सहपाठियों द्वारा अपमानित किया जाता है।
UN की Report में Pakistan की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल किए गए हैं। Report के मुताबिक पीड़ित अल्पसंख्यकों के प्रति Pakistan की पुलिस का रवैया भेदभावपूर्ण है। Pakistan की न्यायपालिका भी अल्पसंख्याकों के मामलों पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है। अगवा की गई अल्पसंख्यक महिलाओं के मामले में पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। पुलिस और न्यायपालिका अल्पसंख्यकों को दोयम दर्जे का नागरिक मानती है।