एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय ने पद्मावती फ़िल्म पर 4 राज्यों में लगे बैन को हटा दिया और इस फ़िल्म को पूरे देश में रिलीज करने की अनुमति दे दी। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद से ही करणी सेना समेत सारे राजपूत संगठन इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। आज करणी सेना के सुखदेव सिंह ने मीडिया के सामने काफी आक्रोशित भरे स्वर में कहा कि इस फिल्म के जरिए हिंदुत्व को नीचा दिखाया जा रहा है। वहीं उन्होंने पीएम मोदी और आरएसएस पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की बात करने वाले पीएम मोदी और आरएसएस इस विवाद पर चुप क्यों हैं?
उन्होंने आगे कहा कि हमें हमारे वकीलों ने बताया है कि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में आखरी में लिखा है कि यदि कानून व्यवस्था बिगड़ती हो, तो राज्यों को यह अधिकार है कि वह फिल्म को लेकर कोई फैसला ले सके। वहीं उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद् के नेता प्रवीण तोगड़िया का फिल्म के विरोध का समर्थन करने के लिए आभार प्रकट किया है। सिंह ने आगे कहा कि पद्मावती फिल्म हिन्दू और मुसलमान के बीच विवाद पैदा करेगी। इस फिल्म से ब्राह्मणों और राजपूतों के बीच तनाव उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय और सेंसर बोर्ड को राय देते हुए कहा कि इन्हें यह फिल्म पहले 10 इतिहासकारों को दिखानी चाहिए और फिर इस फिल्म को रिलीज करने की अनुमति देनी चाहिए।
बता दें कि सुखदेव सिंह ने सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी को भी धमकी दी है। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि हम प्रसून जोशी को राजस्थान में घुसने नहीं देंगे। वहीं करणी सेना आज फ़िल्म पद्मावती के विरोध में सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सकती है। करणी सेना का कहना है कि वह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ डबल बेंच में याचिका दायर करेंगे और फ़िल्म पर पूरी तरह से बैन लगाने की मांग करेंगे।