अभिनेत्री मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) ने कहा कि ‘मीटू’ (MeToo) अभियान ने उत्पीड़न पर बात करने के लिए एक जगह तैयार की है और अब फिल्म उद्योग में इस तरह की घटनाओं को दबाया जाना मुश्किल है।
अभिनेत्री मल्लिका शेरावत ने इससे पहले खुलासा किया था कि उन्हें कई प्रोजेक्ट्स से सिर्फ इसलिए निकाल दिया गया था क्योंकि उन्होंने ऑफ स्क्रीन अपने सह-कलाकार के साथ संबंध बनाने से इनकार कर दिया था।
मल्लिका शेरावत ने कहा कि इस अभियान ने महिलाओं को सशक्त किया है जबकि पुरुष डरे हुए हैं। अभिनेत्री ने कहा कि मीटू एक सकारात्मक कदम है। यह एक मजबूत कदम है जो जिम्मेदारी के साथ आता है। लेकिन उद्योग के पुरुष डरे हुए हैं। काम का सुरक्षित माहौल महिला और पुरुष दोनों का अधिकार है इसलिए यह एक सही दिशा में उठाया गया कदम है।
शेरावत का मानना है कि फिल्म उद्योग में महिला निर्देशकों, लेखकों और सिनेमेटोग्राफरों की कमी है।