कासगंज हिंसा को अभी ज्यादा समय नही हुआ है कि इसकी लपट आस-पास के स्थानों तक पहुंच रही हैं। ताजा खबर अब जनपद के कस्बा गंजडुंडवारा से आ रही है, जहाँ कुछ अराजक तत्वों द्वारा फिज़ा खराब करने की कोशिश की गई। इसके पीछे की चाल शहर के अमन चैन में दखल देना है। जानकारी के अनुसार, सब्जी मंडी के पास एक वर्ग विशेष के धर्म स्थल को निशाना बनाया गया है। धर्म स्थल में आगजनी की गई। धर्म स्थल के किवाड़ में आग लगाईं गई। पुलिस प्रशासन ने इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में दो सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। दोषी दोनों सिपाहियों की डयूटी गंजडुंडवारा में कोबरा मोबाइल बाइकों पर थी।
जैसे ही इसकी जानकारी सुबह लोगों को हुई, तो तनाव का माहौल पैदा हो गया है। फौरन सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है। पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस अलर्ट होकर नजर रखे हुए है। सूचना पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी कर्मवीर सिंह ने शांति का माहौल बनाने की कोशिशें शुरू कर दी है। लोगों से कह रहे हैं कि जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कस्बे में तनाव का माहौल है।
सबसे खास बात यह है कि ये वही गंजडुंडवारा कस्बा है, जहां 4 दिसबंर वर्ष 1990 में दंगा भड़का था। इतना नही, गंजडुंडवारा के दंगे के बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों में दंगे भड़क उठे थे। तब से गंजडुंडवारा की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहता है। कासगंज दंगे के बाद से ही प्रशासन गंजडुंडवारा को लेकर अंदर ही अंदर अलर्ट रह रहा था। ऐसे में सोमवार को धर्म स्थल में आगजनी की घटना से माहौल पूरी तरह गरमाया हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ पुलिस भी पूरी तरह से चौकन्ना है ।
गंजडुंडवारा में धर्म स्थल में आगजनी की घटना के बाद कासगंज शहर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। पुलिस और आरएएफ एवं पीएसी को अलर्ट कर दिया गया है। दिन में पैदल मार्च किया जाएगा। अब देखना होगा कि पुलिस ऐसे सभी अराजक तत्वों को कब गिरफ्तार कर पायेगी।