नई दिल्ली. कर्नाटक विधानसभा के 15 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। भाजपा अब तक 11 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है वहीं एक सीटों पर आगे चल रही है। यानि 12 सीटों पर भाजपा की जीत पक्की है। दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है और एक सीट पर निर्दलीय जीता। जबकि जनता दल सेक्युलर को उपचुनाव में सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। जिन 15 सीटों पर उप चुनाव हुए थे उनमें से 12 कांग्रेस और तीन जेडीएस के पास थीं।
कांग्रेस को उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में मैं लोकतंत्र और जनादेश का सम्मान करता हूं । मैंने कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी जी को सौंप दिया है।
इसके साथ ही कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिनेश गुंडू राव ने कहा, मैं हार की जिम्मेदारी ले रहा हूं और पार्टी के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
कांग्रेस के खाते में सिर्फ दो सीट ही आ सकी है। हुनाशुरू विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एचपी मंजूनाथ ने भाजपा के एएच विश्वनाथ को 39727 मतों से हरा दिया है। शिवाजी नगर से रिजवान हरशद ने भाजपा प्रत्याशी एम श्रवणा को 13 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया है।
कर्नाटक उपचुनाव के नतीजों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें इन 15 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं के जनादेश से सहमत होना होगा। लोगों ने दलबदलुओं को स्वीकार कर लिया है। हमने भी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमें निराश होना पड़ेगा।