वर्ल्ड डेस्क. पाकिस्तान के 150 साल पुराने रेलवे नेटवर्क की हालत खस्ता बताई जा रही है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 55 फीसदी रेल पटरियां बदलाव की मांग कर रही हैं और घटिया व दोषपूर्ण सिग्नल प्रणाली के कारण रेल दुर्घटनाओं में तेजी आई है.
रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच वर्षो में देश में 384 रेल दुर्घटनाएं हुईं हैं, जिनमें 150 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. अकेले साल 2018 में ही 74 ट्रेनें हादसों का शिकार हुईं, जिनमें से 13 बड़ी दुर्घटनाएं थीं. इनमें से 54 मामलों की जांच पूरी हो चुकी है जबकि 20 दुर्घटनाओं के मामले की जांच अभी जारी है.
रिपोर्ट के अनुसार पुरानी पड़ चुकी पटरियां, दोषपूर्ण सिग्नल प्रणाली और भारी लोड के चलते रेल हादसे देखने को मिल रहे हैं. बड़ी दुर्घटनाओं में आठ ट्रेनों में आग लगना, तीन दुर्घटनाएं रेलवे क्रॉसिंग पर और एक हादसे में एक यात्री ट्रेन का मालगाड़ी से टकरा जाना शामिल है. दूसरी अन्य दुर्घटनाओं में 28 यात्री ट्रेनों और 33 मालगाड़ियों को नुकसान पहुंचा था.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पाकिस्तानी रेलवे ने 13 मामलों को गंभीर करार दिया और इन मामलों में अपने स्टाफ के लोगों व अधिकारियों के खिलाफ 24 कारण बताओ नोटिस जारी किए.