सुनील यादव | Navpravah.com
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जोहान्सबर्ग के न्यू वांडरर्स स्टेडियम पर खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी महज 187 रनों पर सिमट गई है। 2-0 से सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 54 रनों की पारी खेली।
इससे पहले आज टॉस जीतकर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। दो बदलाव के साथ उतरी भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय और के एल राहुल ने एक बार फिर टीम को खराब शुरुआत दी। जहाँ विजय ने 8 तो वहीं के एल राहुल बिना खाता खोले साथ-साथ चलते बने। इसके बाद पिच पर आये भारतीय कप्तान और चेतेश्वर पुजारा ने विकेट को संभालते हुए पारी को आगे बढ़ाया। इस बीच जहाँ पुजारा ने अपना खाता खोलने के लिए 54 गेंद लिए, वहीं विराट ने दूसरी छोर से रनों का सिलसिला जारी रखा। भारत की ओर से विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने हाफ सेंचुरी बनाई।
रोहित शर्मा की जगह टीम में आए अजिंक्य रहाणे भी कुछ ख़ास न कर सकें। उन्हें 9 रन के स्कोर पर मोर्ने मोर्केल ने पगबाधा आउट कर पवेलियन भेजा। पार्थिव और पंड्या भी अटपटे शॉट्स खेलकर अपने विकेट देकर चलते बने। दूसरे टेस्ट में टीम से बाहर रहे भुवनेश्वर कुमार ने तीसरे टेस्ट में एक बार फिर टीम को संभालने की कोशिश की पर यह कोशिश काफी नहीं थी, उन्होंने 30 रनों का योगदान दिया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से कगिसो रबाडा ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके।
भारत की पूरी टीम एक बार फिर पूरा दिन न खेल सकी। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने केवल 187 रनों की लीड रखी है। हालांकि दक्षिण अफ्रीकन पिचों पर इतने रन कम नहीं होते। अब भारतीय गेंदबाजों के पास मौका है कि वह शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम को इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकाले।