लखनऊ. उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी ISI का एजेंट राशिद अहमद ने कई अहम खुलासे किए हैं। ATS की पूछताछ में राशिद अहमद ने बताया वह 2 सिम रखता था, जिन नंबरों पर पाकिस्तान में बैठे उसके आका Whatsapp चला रहे हैं। राशिद ने दोनों नंबरों पर Whatsapp शुरू करने के लिए आए OTP पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को दिए थे। दोनों नंबरों पर जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
वहीं, ATS अब दोनों नंबर पर संचालित Whatsapp की गतिविधियों का ब्योरा जुटाने का प्रयास कर रही है। ATS हनी ट्रैप व सोशल मीडिया के अलावा ISI के बदलते तरीकों का भी विश्लेषण कर रही है। राशिद पर सेना के मूवमेंट की जासूसी करने के लिए जोधपुर में बसने का दबाव भी डाला जा रहा था। ATS अब जोधपुर कनेक्शन को लेकर और गहनता से छानबीन कर रही है। राशिद से बीते कुछ महीनों में उसकी ISI के अधिकारियों से हुई बातचीत को लेकर सिलसिलेवार पूछताछ की जा रही है।
आपको बता दें, कि ATS ने चंदौली से ISI एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया था। मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट के बाद ATS राशिद पर लंबे समय से नजर रख रही थी। उसके पास से एक मोबाइल, दो सिमकार्ड और पेटीएम के जरिये मिले पांच हजार रुपये बरामद हुए। ATS ने मंगलवार को राशिद को तीन दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर उससे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। राशिद के कुछ मददगारों के बारे में भी छानबीन की जा रही है।