स्पोर्ट्स डेस्क. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेट कप्तान Imran Khan ने अमेरिका में यह कबूल किया है कि उनके देश में हजारों आंतवादियों को पनाह दी गई है। इमरान खान के इस कबूलनामे को भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सासंद और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी Gautam Gambhir बेमानी मानते हैं।
Gautam Gambhir का कहना है कि इमरान के मानने भर से कुछ नहीं होता, क्योंकि जब तक पाकिस्तान इन आतंकवादियों के खिलाफ कदम नहीं उठाएगा, तब तक दोनों देशों के बीच के कूटनीतिक रिश्ते नहीं सुधरेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने मंगलवार को न्यूयार्क में कहा था कि अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों या कश्मीर में प्रशिक्षण लेकर लड़ने वाले करीब 40,000 आतंकी उनके देश में रहे हैं। इस पर जब गौतम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कबूलनामे से फर्क नहीं पड़ता, फर्क पड़ता है तो उनके द्वारा उठाए गए कदमों से और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान दोनों देशों के रिश्तों को सुधारने के लिए सकारात्मक पहल कर सकते हैं।
गौतम ने कहा, “मेरा यह निजी तौर पर मानना है कि मुझे इमरान के मानने से फर्क नहीं पड़ता। जब वह आंतकवाद के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाते तब तक कबूलनामा बेमानी है। मानने में और कदम उठाने में जमीन आसमान का फर्क है। अगर वो हाफिज सईद और बाकि आंतकवादियों को भारत को सौंपते हैं, यह सही दिशा में उठाया गया कदम होगा।”
गौतम ने कहा, “मैं बदलाव देखना चाहता हूं लेकिन यह बदलाव पाकिस्तान की तरफ से देखना चाहता हूं। हम भी चाहते हैं कि शांति रहे लेकिन यह एक तरफ से नहीं हो सकती। पाकिस्तान को आतंकवाद खत्म करना होगा क्योंकि हमारा धैर्य खत्म हो चुका है और यह हमने पुलवामा आतंकवादी हमले के बालाकोट हवाई हमले के रूप में बाद यह बता दिया है।