एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
कई बार पेट की गैस की समस्या से व्यक्ति दूसरों के लिए उपहास का पात्र बन जाता है। जिस वजह से उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है, जिन लोगों को गैस अधिक बनती है वे खुद को दूसरों से दूर रखने लगते है।
पेट में गैस वैसे तो हर किसी को बनती है। पर जिनका पाचन खराब रहता है या फिर जिन्हें एसिडिटी और कब्ज़ रहती है उन्हें गैस की शिकायत औरों से अधिक होती है।
अगर पेट की गैस लंबे समय तक रहे तो पेट में अफारा महसूस होना, पेट में भारीपन, अल्सर और बवासीर जैसी कई प्रकार की परेशानियां होने की आशंका बढ़ जाती है।
आँत में गैस बनने से पेट दर्द होने लगता है और जब ये दर्द बड़ी आँत की बाईं और होता है तो इससे ह्रदय के रोग का भ्रम हो जाता है और जब दाईं और दर्द होता है तब ये अपेंडिक्स का दर्द भी हो सकता है।
पेट में गैस बनने के कारण –
जल्दी जल्दी खाना खाने से गैस की शिकायत हो जाती है।
अधिक समय तक खाली पेट रहने से गैस और एसिडिटी होने लगती है।
तला हुआ और अधिक मसालेदार चीज़े खाना, जंक फुड खाने से भी पेट में गैस बनती है।
कुछ लोगों को दूध पीने से, भोजन के साथ कोल्ड ड्रिंक पीने से और भूख से अधिक खाना खाने से भी गैस बन जाती है।
पेट की गैस के लक्षण –
पेट दर्द करना, पेट भारी भारी रहना, पेट में जलन होना, डकारे आना, अफारा, भूख कम लगना, खाना हजम ना होना और पेट ठीक से साफ़ ना होना पेट गैस के लक्षण है।
आइये जानते हैं, पेट में गैस बने तो क्या करें –
* भोजन के बाद एक इलायची और एक लौंग लेने से एसिडिटी और गैस दूर रहती है।
* खाने में अजवाइन का प्रयोग करे इससे पाचन क्रिया दरुस्त रहती है और गैस से राहत मिलती है।
* पेट में गैस हो तो बिना दूध वाली नींबू चाय पीने से भी आराम मिलता है, नींबू की चाय में थोड़ा काला नमक भी डाल सकते है।
* एलोवेरा जूस त्रिफला पाउडर के साथ लेने से पेट गैस दूर होती है।
* नींबू का रस दो छोटे चम्मच और थोड़ा सेंधा नमक हल्के गरम पानी में मिलाकर पिने से भी पेट की गैस का इलाज कर सकते है।