Lucknow. देश की राजधानी दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की भारत बचाओ रैली की तैयारी में नेता जुट गए हैं। वहीं इस रैली के जरिए कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं की ताकत भी परख रही है। कांग्रेस नेतृत्व ने वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारते हुए उनकी जिम्मेदारी भी तय की गई है। रैली की कामयाबी से मिशन- 2022 का एक्शन प्लान भी तय होगा।
मिशन- 2022 की तैयारी में जुटी महासचिव प्रियंका गांधी किसी भी नए अथवा पुराने नेता को छूट देने के मूड में नहीं है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू द्वारा जिलों के ताबड़तोड़ दौरे किए जा रहे हैं। मीडिया इंचार्ज राजीव त्यागी का कहना है कि 14 दिसंबर की दिल्ली रैली से देश में राजनीतिक बदलाव की शुरूआत होगी और इसमें उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम होगी।
असंतोष का गुब्बारा भी फूटेगा
रैली के बहाने कांग्रेस हाईकमान संगठन में वरिष्ठ नेताओं के एक गुट में अपेक्षा के कारण बने असंतोष की हवा भी निकालना चाहता है। रैली में भीड़ जुटाने की सीधे जिम्मेदारी सौंप कर हाईकमान पुरानों का दमखम भी आंकना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि रैली में भीड़ जुटाने की निजी एजेंसी से जांच भी करायी जाएगी ताकि फर्जी दावे करने वालों की सच्चाई सामने आ सके।