लखनऊ. लखनऊ के गोमतीनगर में आयोजित रेरा (रीयल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथारिटी) के राष्ट्रीय अधिवेशन में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम योगी ने दीप प्रज्वलित कर रेरा के राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ किया।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी थे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य सचिव आरके तिवारी तथा सचिव आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार दुर्गा शंकर मिश्र भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिवेशन को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में रेरा को लेकर बहुत सारी बातें की जा चुकी हैं। इसको घर क्रय करने वालों के सभी हितों सुरक्षित करने के साथ 2016 में रियल एस्टेट कारोबारी के हितों के लिए लागू किया गया। इस अधिवेशन में आपके सामने आज बहुत से अनुभव सामने आएंगे। प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह शुरू हुआ है। यह रोजगार के सृजन के लिए बड़ा एरिया है। रेरा ने होम बायर्स के हितों के भरोसे के लिए बड़ा काम किया है।
उत्तर प्रदेश में 19 मार्च 2017 में सरकार ने शपथ ली थी। तब मिथक था कि किसी भी मुख्यमंत्री को नोएडा और ग्रेटर नोएडा नहीं जाना चाहिए। ऐसे में वहां पर घर क्रय करने वाले किसके पास जाते। हमने तो दोनों जगह का लगातार दौरा किया। हमारे पास तब होम बायर्स आये, हमने उनको सुना। कारोबारी भी आये। हमने दोनों को एक साथ सुना। तब मुझे समझ में आया कि लोग क्यों नोएडा नहीं जाना चाहते और नोएडा क्यों नहीं जाना चाहिए। दरअसल नोएडा में कई काले राज खुलने थे। इस वजह से यह मिथक खड़ा किया गया था। हम किसी के प्रति पूर्वाग्रही न बनें। होम बायर्स ने एक मकान के लिए पूरे जीवन की पूंजी लगाई है। सरकार जब सुविधा देने को तैयार है तो मनुष्य खानाबदोश की तरह नहीं रह सकता था। होम बायर्स के लिए बहुत शीघ्र बड़ी घोषणा करेंगे। सभी को इस नई व्यवस्था से जुड़ना होगा। नई छवि को हम सामने रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम रीयल एस्टेट मामलों में तमाशबीन नहीं रह सकते हैं। भारत सरकार ने भी एक कमेटी बनी। कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। हम चाहते हैं कि ठोस पहल और उसको आगे बढ़ाया जाए। तंत्र में निर्णय लेने की ताकत पैदा हो। किसी भी स्तर पर पिछले 10 से 15 साल तक होम बायर्स परेशान थे उसमें बदनीयती भी थी। होम बायर्स के रुपये की बंदरबांट हुई थी। रुपये चंद लोगों की जेब मे गई थी। हमको ये विरासत मिली थी। रेरा ने पिछले एक साल बेहतरीन काम किया। ग्रेटर नोएडा में भी एक पीठ गठन किया। 12 हजार प्रकरणों का हल किया है। यूपी सही दिशा में जा रहा था। पहले लोग आना नहीं चाहते थे। हम तीन साल में दो लाख करोड़ का निजी निवेश करवा चुके हैं। ये टीम वर्क है। मेट्रो में आप देखेंगे हरदीप पूरी जी ने शाम को शपथ ली और सुबह उनको उद्घाटन के लिए बुलाया था। हमारे तीन शहर में मेट्रो चल रही ही। कानपुर और आगरा में काम शुरू होगा। 10 स्मार्ट सिटी में काम करेगा। 17 नगर निगम हैं। बचे हुए सात नगर निगम को अपने स्तर पर स्मार्ट सिटी बना रहे हैं। जब सुविधाएं नहीं मिलती हैं तब नागरिकों का भरोसा व्यवस्था से उठ जाता है। नये भारत के निर्माण के लिए हम सबका दायित्व है। पपिछले पांच साल में देश के 10 करोड़ परिवार में शौचालय बने।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आवास केवल सिर ढकने के लिए नहीं होता। अयोध्या में एक अनुसूचित जाति के परिवार के पास गए। वे आरती की थाली लकर खड़े थे। वो बोले कि ये आवास आपने हमको दिया है। मैन कहा ये यो बहुत लोगों को मिला है। उसने कहा कि जिसका मैं वोट बैंक था उसने मुझसे पूछा नही आपने दिया। उसने कहा कि मुझे ढाई लाख मिलने हैं दो लाख मिला और पचास हजार मिल जाएगा। मैंने डेढ़ लाख रुपया अपना जमा किया था। मगर अब इस डेढ़ लाख का ई रिक्शा लिया। मेरा बेटा एक हजार रुपया कमा रहा है। उज्ज्वला योजना से गैस है।
रियल एस्टेट कारोबार में कैश की कमी
देश में रियल स्टेट और उसके भविष्य को लेकर आयोजित रेरा के राष्ट्रीय अधिवेशन में उत्तर प्रदेश रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार ने बड़ी बात स्वीकार की है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राजीव कुमार ने माना की रियल एस्टेट के कारोबार में कैश की भारी कमी है।