लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में बेहद सक्रिय भूमिका निभा रहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से सीएम योगी आदित्यनाथ के भगवा वस्त्र वाले बयान ने तूल पकड़ लिया है। अब BJP सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने प्रियंका गांधी पर हमला बोला है। निरंजन ज्योति ने कहा कि ‘फर्जी गांधी’ कभी भी भगवा को नहीं समझ सकतीं। निरंजन ज्योति ने उन्हें सलाह भी दी कि उन्हें अपना नाम ‘फिरोज प्रियंका’ कर लेना चाहिए।
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा प्रियंका गांधी भगवा को नहीं समझ सकती क्योंकि वे फर्जी गांधी हैं। उन्हें अपने नाम से गांधी शब्द हटा लेना चाहिए और फिरोज प्रियंका लिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रियंका को योगी सरकार से दिक्कत है, क्योंकि मुख्यमंत्री अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। प्रियंका गांधी को यह बात स्पष्ट करनी चाहिए कि क्या वे दंगाइयों के पीछे खड़ी हैं। प्रियंका गांधी को भगवा के बारे में और अध्ययन करने की जरूरत है। भगवा रंग ज्ञान और आत्मीयता का प्रतीक है।
फतेहपुर से सांसद ने पूछा कि जिन्होंने निर्दोषों को पीटा और पुलिस पर पत्थरबाजी की क्या उन्हें सजा नहीं मिलनी चाहिए। ऐसा लगता है कि प्रियंका ने ही उपद्रवियों को भड़काया और उन्हें सड़कों पर उतरने को कहा।
गौरतलब है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के भगवा वाले बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने पलटवार किया है। सीएम कार्यालय की ओर ट्वीट में कहा गया कि सब कुछ त्याग कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है। अब संन्यासी की लोक सेवा और जन कल्याण के निरंतर जारी यज्ञ में जो भी बाधा उत्पन्न करेगा उसे दंडित होना ही पड़ेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विरासत में राजनीति पाने वाले और भारत देश को भुलाकर तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोक सेवा का अर्थ क्या समझेंगे।
प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने भगवा धारण किया है। यह भगवा उनका नहीं है। भगवा हिंदुस्तान की आध्यात्मिक संस्कृति और हिन्दू धर्म का प्रतीक है। कृष्ण, राम और शिव के देश में हिंसा और बदले की जगह नहीं है। महाभारत में भी कृष्ण ने रण क्षेत्र में बदला लेने की बात नहीं की। बदले की भावना इस देश की परंपरा नहीं रही है। यह देश प्रेम, करुणा और अहिंसा की बात करता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बात मुख्यमंत्री को समझनी चाहिए।