लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर केंद्र् सरकार और यूपी सरकार पर हमला बोला है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी लाकर सरकार जनता का ध्यान भटका रही है और इसके बूते अगला चुनाव लडऩा चाह रही है। उन्होंने कहा, पहले गोरखपुर में 2007 के दंगे के आरोपितों से वसूली हो फिर CAA का विरोध करने वालों से सरकारी संपत्ति की क्षति की वसूली की जाए।
मंगलवार को अखिलेश यादव ने उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद परिजनों से मुलाकात की है। इस दौरान अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। पीडि़तों को न्याय नहीं मिल रहा है, उन्नाव के बिहार और हसनगंज की घटनाएं इसका प्रमाण हैं। अगर न्याय मिला होता तो दुष्कर्म की शिकार बेटियों को जान नहीं गंवानी पड़ती। पीडि़ता के परिवार को सपा हर हाल में न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी।
इस दौरान परिजनों ने आरोपित को फांसी दिलाने की मांग उठाई और मांग पत्र भी सौंपा। उन्होंने पीडि़ता के परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता दी। कहा, सरकार से मृतका के परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता, सुरक्षा और एक सदस्य को नौकरी की मांग करुंगा।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उन्नाव में दुष्कर्म पीडि़ता की मौत की असली जिम्मेदार पुलिस है। पुलिस ने अरोपितों को गिरफ्तार न करके बचने का पूरा मौका दिया। पुलिस के नकारात्मक कार्रवाई से व्यथित होकर पीडि़ता ने एसपी कार्यालय के अंदर आत्मदाह का प्रयास किया और सरकार उसे समुचित इलाज भी नहीं दिला पाई, जिससे उसे जान से गंवानी पड़ी। इतनी बड़ी घटना के बाद भी आरोपितों को मदद देने वाले इंसपेक्टर पर कार्रवाई नहीं किया जाना दर्शाता है कि पुलिस की खामियों पर पर्दा डाला जा रहा है।
गौरतलब है कि उन्नाव में 16 दिसंबर को एसपी ऑफिस के सामने रेप पीड़िता ने आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। गंभीर हालत में पीडि़ता को कानपुर रेफर किया गया था। जहां उसकी 21 दिसंबर को मौत हो गई थी।