New Delhi. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सर्वदलीय बैठक से पहले प्रधानंमंत्री मोदी ने कहा, ‘इस बार कई नए चेहरे हैं और निचले सदन का पहला सत्र नए उत्साह और सोच के साथ शुरू होना चाहिए।
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी दलों के नेताओं से इस बात का आत्मनिरीक्षण करने का अनुरोध किया कि संसद सदस्य जन प्रतिनिधि के तौर पर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम हों। 16वीं लोकसभा के अंतिम दो वर्ष बेकार चले जाने के विषय पर भी विचार करने का अनुरोध किया गया।
विपक्ष की बैठक
कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विषय पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में अपने रुख को लेकर बुधवार सुबह फैसला करेंगे। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों की बैठक हुई, हालांकि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विषय पर कोई फैसला नहीं हुआ। बैठक के बाद इस बारे में पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप को इस पर कल बताया जाएगा।’’
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस और सहयोगी दल बुधवार सुबह संसद भवन में मुलाकात बैठक करेंगे जिसमें यह फैसला होगा कि प्रधानमंत्री की ओर से बुलाई गई बैठक में उनका क्या रुख रहेगा। वैसे, कांग्रेस एवं कई विपक्षी दल एक साथ चुनाव के विचार का अतीत में विरोध करते रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर चर्चा के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
संसद के प्रत्येक सत्र की शुरूआत से पहले उसके सुगम कामकाज के लिहाज से सर्वदलीय बैठक की परंपरा रही है। मोदी ने उन सभी दलों के अध्यक्षों को 19 जून को होने वाली बैठक में आमंत्रित किया है जिनका लोकसभा या राज्यसभा में एक भी सदस्य है।जोशी ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर, 2022 में भारत की आजादी के 75 साल होने और इस साल महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष के विषय पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों के साथ 20 जून को रात्रिभोज पर बैठक होगी जिसमें सभी सरकार के साथ मुक्त संवाद कर सकेंगे।