गोरखपुर. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर सपा-बसपा गठबंधन पर हमला बोला है। शिवपाल यादव ने अखिलेश-मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि यह गठबंधन नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई है। जिसका समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है। दोनों दल अपने स्वार्थ के लिए एकजुट हैं।
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश ने समाजवाद को मायावती के पैरों पर डाल दिया है। कभी मायावती ने सपा कार्यकर्ताओं को गुंडा और मुलायम सिंह यादव को गुंडों का सरदार कहा था। यह गठबंधन नहीं बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हो गई है जिसका समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है। दोनों दल अपने स्वार्थ के लिए एकजुट हैं।
गुरुवार को प्रसपा प्रत्याशी श्याम नारायण यादव के पक्ष में रोड शो करने करने आए शिवपाल सिंह यादव पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तीन माह पहले बनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को पूरे प्रदेश में व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। कई सीटों पर पार्टी प्रत्याशी जीतने की स्थिति में है। यादव ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी से कभी अलग नहीं होना चाहते थे, लेकिन अपनों ने उन्हें मजबूर किया। इसलिए दूसरा रास्ता अख्तियार करना पड़ा। अब पूरे प्रदेश में प्रसपा अपनी जमीन तैयार कर चुकी है।
अखिलेश और मायावती की जो प्राइवेट कंपनी बनी है, जनता इन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। इसी चुनाव में प्राइवेट कंपनी को पता चल जाएगा कि कौन कितने पानी में है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर भाजपा का हराना मकसद होता तो सपा-बसपा या काग्रेस उन्हें अपने गठबंधन में शामिल करती। शिवपाल ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2014 में कालाधन वापस लाने, 100 दिन में भ्रष्टाचार खत्म कर देने, जीएसटी में एक कर व्यवस्था लगाने का वादा किया था पर एक भी वादा पूरा नहीं किया। नोटबंदी जैसे निर्णय का कोई फायदा नहीं मिला। अबकी केंद्र में जो सरकार बनेगी वह बिना प्रसपा के सहयोग से नहीं बनेगी।