नई दिल्ली। भाजपा के प्रमुख नेता और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को निगम अधिकारी को बैट से पिटार्इ् के मामले में जमानत याचिका कोर्ट ने रद्द कर जेल भेज दिया। आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ थाना एमजी रोड में धारा 353 , 294 , 506, 147, 148 में केस दर्ज किया गया।
वीडियो में साफतौर पर दिख रहा था कि आकाश विजयवर्गीय नगर निगम अधिकारी को क्रिकेट बैट से पिटाई कर रहे हैं। यहीं नहीं, वहां मौजूद आकाश विजयवर्गीय के समर्थक भी निगम अधिकारी को पीटते हुए नजर आए।
बाद में आकाश विजयवर्गीय को निगम अधिकारी को बैट से पिटार्इ् के मामले में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, आकाश को कोर्ट में ले जाते वक्त समर्थकों ने जमकर हंगामा किया।
बता दें कि भाजपा विधायक की इस हरकत पर गृह मंत्री बाला बच्चन ने भी सख्त कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि घटना से भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है।
आकाश विजयवर्गीय की चेतावनी
आकाश विजयवर्गीय ने पूरी घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देखिए, यह सिर्फ शुरुआत है। हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करके रहेंगे। आवेदन, निवेदन और फिर दना दन, यह हमारा कदम होगा। आपको बता दूं कि गैंग ने महिलाओं को उनके घरों से बाहर खींच लिया, महिला पुलिस को उनके साथ होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तब लोग अधिकारियों पर गुस्सा थे और वे उनका पीछा कर रहे थे। हम पुलिस स्टेशन पर उन अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने आए हैं।
बताया जा रहा है कि नगर निगम की टीम गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को तोड़ने के लिए पहुंची थी। इस दौरान विधायक आकाश विजयवर्गीय भी वहां पहुंच गए। आकाश ने निगम के अधिकारियों को वहां से पांच मिनट के अंदर चले जाने की धमकी दी। इसके बाद निगम के अधिकारियों और विधायक के बीच विवाद हो गया और मारपीट होने लगी।