न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेटवर्क
बिहार में सत्ता विरोधी लहर और विपक्ष की कड़ी चुनौती को पार करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बिहार में बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर एकतरफा जीत हासिल कर लिया है. सत्तारूढ़ गठबंधन को 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में 125 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीटें जीती हैं. इसके साथ की नीतीश कुमार के लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है.
भाजपा की बदौलत मिली जीत
इस बार नीतीश की पार्टी जदयू को 2015 जैसी सफलता नहीं मिली है. जदयू को 2015 में मिली 71 सीटों की तुलना में इस बार 43 सीटें ही मिली हैं. गत चुनाव में नितीश कुमार ने लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव जीता था. एक प्रकार से कहा जा सकता है कि, इस बार बिहार में भाजपा के कारण ही नितीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने यह घोषणा कर दी है कि, यह उनका आखरी चुनाव है.
महागठबंधन ने दी कड़ी टक्कर
वहीं, महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आई हैं. महागठबंधन ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. खास तौर पर उन सीटों पर आरोप लगे हैं, जहां बेहद कम वोटों से हार-जीत का फैसला हुआ है. कई सीटें ऐसी रहीं, जहां कांटेदार मुकाबला था. एक सीट पर तो 12 वोटों से हार-जीत का फैसल हुआ.