वॉशिंगटन. अमेरिका ने लंबे समय तक इनकार करने के बाद आखिरकार यह स्वीकार कर लिया है कि ईरान के रॉकेट अटैक में उसके 34 सैनिक घायल हुए हैं। ईरान ने यह हमला कमांडर कासिम सुलेमानी के इराक में अमेरिकी हवाई हमले में मारे जाने के बाद बदले के रूप में किया था। सुलेमानी पर अमेरिका की लंबे समय तक नजर थी। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला अली खामेनाई ने अमेरिका को बदले की धमकी दी थी।
पेंटागन ने कहा कि ईरानी हमले में 34 अमेरिकी सैनिकों का मस्तिष्काघात हुआ है और ब्रेन में चोट लगी है। ईरान ने 8 जनवरी को इराक में मौजूद अमेरिकी वायु सेना के अड्डों पर हमला किया था।
ईरान ने दावा किया था कि इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि अमेरिका ने दावा किया था कि पेंटागन के वॉर्निंग सिस्टम के कारण सैनिक पहले ही बंकरों में चले गए थे और सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ। बता दें कि ईरानी रॉकेट अटैक के दौरान यूक्रेन का एक विमान क्रैश हो गया था जिसमें सवार सभी 176 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी।
ईरान ने पहले क्रैश में अपनी भूमिका से इनकार किया था, लेकिन बाद में कहा कि इसके रॉकेट ने गलती से विमान को हिट कर दिया था। इसके बाद ईरान में खामेनेई के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए थे, क्योंकि मृतकों में अधिकांश ईरानी यात्री थे। विमान तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था।