अमित द्विवेदी,
जम्मू-कश्मीर के उरी में सैन्य शिविर में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए हमले से पूरा विश्व गुस्से में हैं। इस कुकृत्य से नाराज़ देश के शिया धर्मगुरुओं ने मुहर्रम के दौरान मजलिस पढ़ने के लिए पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया है। शिया धर्मगुरुओं ने एक सुर से पाकिस्तान को आतंकी देश करार देते हुए न्यौता ठुकरा दिया है।
देश के शिया धर्मगुरुओं ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में शिया मुसलामानों को टारगेट करके मारा जा रहा है और हमारे मुल्क में आतंकी घटनाएं अंजाम दी जा रही हैं। ऐसे में उस मुल्क में हम मजलिस पढ़ने का आमंत्रण कैसे स्वीकार कर सकते हैं।
मौलाना कल्बे सादिक शिया, मौलाना यसुब अब्बास शिया, वसी असगर मुजफ्फरनगरी सरीखे मौलानाओं ने पाकिस्तान द्वारा अंजाम दी जा रही घटनाओं की मजम्मत की। मौलानाओं ने कहा कि वह देश पाक नहीं पाप है। इस्लाम किसी को मारने की सीख नहीं देता।
मौलाना कल्बे सादिक का कहना है कि मैंने तीन साल पहले पाकिस्तान को पापिस्तान कहा था। पाकिस्तान अब पाकिस्तान नहीं रहा, वहां केवल पाप हो रहे हैं। निर्दोषों की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू, सिख, ईसाई और शिया मारे जा रहे हैं।