सौम्या केसरवानी | navpravah.com
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देश में लम्बे समय से लॉकडाउन है, इससे प्रवासी कामगार व श्रमिक ज्यादा प्रभावित हुए हैं, इसी के मद्देनजर यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की मौजूदगी में आज नौ लाख लोगों को रोजगार देने के लिए एमओयू (MOU) पर साइन हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, हर हाथ को काम मिले, इस नीति पर प्रदेश सरकार काम कर रही है। इसी नीति के तहत इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन सहित अन्य औद्योगिक संस्थाओं के साथ आज एमओयू साइन किया जा रहा है।
सीएम योगी ने निवेशकों से अपील करते हुए कहा कि, उनके योगदान से प्रदेश में स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन को गति मिलेगी। साथ ही बहुत से लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित विभिन्न कमेटियों में से एक कमेटी प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह की अध्यक्षता में भी गठित की गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर इस कार्यक्रम में सूक्ष्म, मध्यम तथा लघु उद्योग में काम के बड़े अवसर निकाले गए हैं। यूपी सरकार ने अपने घर वापस लौटे 26 लाख प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने का वादा किया है।
एक निजी पत्रिका से बात करते हुए प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री सिंह ने बताया कि फिलहाल ऐसे एक लाख दलित कामगारों को स्वत: रोजगार से जोड़ने की तैयारी की गई है। केंद्र सरकार के स्पेशल कमपोनेंट प्लान के तहत इन दलित कामगारों को आटा चक्की, लाण्ड्री, हेयर कटिंग सैलून, टेलरिंग आदि का रोजगार शुरू करने के लिए 50 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक का ऋण बैंकों से उपलब्ध करवाया जाएगा।