इशिका गुप्ता | navpravah.com
लखनऊ | उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 9 वर्षीय छात्र कृतार्थ की हत्या का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, छात्र की हत्या तंत्र-मंत्र और काले जादू की मान्यता के कारण की गई। स्कूल के प्रबंधक का पिता एक तांत्रिक है, और उसका मानना था कि एक बच्चे की बलि देने से उसके स्कूल की तरक्की होगी। इसी सोच में उन्होंने 22 सितंबर को कक्षा दो के छात्र की हत्या कर दी। बाद में, प्रबंधक छात्र के शव को अपनी कार में रखकर ठिकाने लगाने जा रहा था लेकिन परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस ने प्रबंधक और उसके पिता समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद, छात्र के परिजनों ने एसपी कार्यालय का घेराव किया, यह मांग करते हुए कि हत्याकांड का जल्द खुलासा किया जाए। इस दौरान कई महिलाएं भी उनके समर्थन में आईं। पुलिस अधिकारियों ने कुछ ही घंटों में मामले का खुलासा कर दिया।
सोमवार की सुबह, स्कूल के प्रबंधक दिनेश बघेल ने कृतार्थ के परिवार को बताया कि उसकी तबीयत खराब है। जब परिजन स्कूल पहुंचे, तो उन्हें कृतार्थ नहीं मिला। दिनेश ने परिवार को यह कहकर गुमराह किया कि वह कृतार्थ को इलाज के लिए ले गया है।
परिजनों ने सादाबाद के पास दिनेश बघेल को उसकी कार सहित पकड़ लिया, जहां कार की पिछली सीट पर कृतार्थ का शव मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कृतार्थ के पिता ने दिनेश बघेल और अन्य चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि कृतार्थ की गला दबाकर हत्या की गई थी, और उसकी गर्दन पर चोट के निशान थे।
यह घटना बहुत गंभीर और चौंकाने वाली है। पुलिस की जानकारी के अनुसार, प्रबंधक दिनेश बघेल और उसके पिता जशोधन भगत ने तंत्र-मंत्र के जरिए आर्थिक लाभ के लिए छात्र कृतार्थ की हत्या की। यह सोचना ही भयावह है कि किसी ने अपने स्वार्थ के लिए एक निर्दोष बच्चे की जान ली। इससे पहले भी इन लोगों ने ऐसी घटनाओं की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
यह मामला तंत्र-मंत्र और बलि जैसी कुरीतियों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को दर्शाता है। पुलिस को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे अपराधी सजा पा सकें और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।