एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
राष्ट्रिय स्वंयसेवक संघ के वरिष्ठ नेता नंदा कुमार ने बुधवार को दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेला में लव जिहाद पर एक किताब का विमोचन किया है। इस किताब का नाम ‘एक मुखौटा ऐसा भी’ है। इस किताब के विमोचन के मौके पर आरएसएस नेता नंदा कुमार ने कहा कि प्यार तो पवित्र होता है और इसे जरिया बनाकर समाज को बाँटने का काम नहीं करना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई राय नहीं है कि प्यार करना गलत है पर प्यार उस समय गलत है, जब इसे जरिया बनाकर देश को तोड़ा जाए।
इस किताब विमोचन के दौरान नंदा ने केरल के हादिया केस का जिक्र भी किया, जहाँ एक हिन्दू लड़की ने मुस्लिम लड़की से शादी करली थी और बाद में इस लड़की ने इस्लाम अपना लिया था। वहीं हदिया के पिता के शिकायत के बाद केरल के उच्च न्यायालय ने इस शादी को रद्द कर दिया था। कुमार ने आगे मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि कई डिजिपियों ने भी संबधित मंत्रियों को रिपोर्ट सौंपी थी कि देश में लव जिहाद की साजिश चल रही है, लेकिन तथाकथित मीडिया इस मुद्दे को नहीं उठाता है। मीडिया इस मुद्दे को छिपाते हैं और इसे राजनितिक मुद्दे का रूप देते हैं। जब सर्वोच्च न्यायालय कहते हैं कि उच्च न्यायालय कौन होता है, किसी की शादी रद्द करने वाला, तो मीडिया में चर्चा शुरू हो जाती है।
ये किताब 86 पन्नों की हैं और इस किताब की टैगलाइन लव जिहाद पर केंद्रित कहानी संग्रह पर रखी गई है। इस टैगलाइन को भोपाल को भोपाल की समाजशास्त्र और शिक्षिका वंदना गाँधी ने लिखा है। इस किताब में लव जिहाद को लेकर 15 कहानियां लिखी गई हैं। कुमार ने दावा किया कि देश में सबसे पहले लव जिहाद के मामले को उजागर साल 2009 में न्यायाधीश केटी शंकरन ने किया था।