सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
अपने संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा पहुंचे मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार सभाएं कीं। छिंदवाडा से अपने संबंधों का जिक्र करते हुए कमलनाथ भावुक हो उठे।
सम्बोधन के बीच-बीच में अपने समर्थन में लग रहे नारों को उन्होंने 38 सालों के संघर्ष की उपलब्धि कहा। अस्सी के दशक के साथियों और बुजुर्गों को याद करते हुए कहा कि उन्हीं लोगों की वजह से वे आज यहां तक पहुंचे हैं।
उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां (छिंदवाड़ा) आकर कई बातें कहीं थीं, लेकिन वे सारी गलत थीं, आप उन पर भरोसा नहीं कीजिएगा।
उन्होंने कहा कि आज समूचे प्रदेश की निगाहें छिंदवाड़ा पर टिकी हैं, ऐसे में मौका केवल चुनाव का नहीं, बल्कि 38 सालों के अटूट रिश्ते का है। छिंदवाडा जिले के ग्राम सांवरी में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि अब जुमलेबाज़ों की कलाकारी की राजनीति नही चलेगी।
कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा की सभा के दौरान मोदी ने किसानों, युवाओं, जीएसटी और कमलनाथ की बात कही थी, अब क्या पीएम मोदी हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएंगे? पहले मोदी सिर्फ एक नाम बता दें अपनी पार्टी के एक नेता का जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हों।
बीजेपी के कुछ नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस आरएसएस पर प्रतिबंध लगाना चाहती है। इस पर कमलनाथ ने कहा कि, उनकी पार्टी केवल प्रोटोकॉल लागू करना चाहती है कि जो चौहान के पहले बीजेपी के दो मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल के दौरान लागू था।
उन्होंने कहा, वे (बीजेपी) झूठ बोलकर लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, मैंने कभी नहीं कहा कि हम आरएसएस पर प्रतिबंध लगाएंगे, मैंने कहा है कि हम केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक और उमा भारती और बाबूलाल गौर के समय में जो लागू था उसे लागू करेंगें।