सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
गुजरात विधानसभा चुनाव में मंगलवार को दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और निर्दलीय प्रत्याशी पर हमला हुआ। ये हमला तब हुआ, जब वे प्रचार कर रहे थे। इस हमले में मेवाणी बाल-बाल बच गए, लेकिन इस हमले में ठाकोर सेना का एक शख्स घायल हो गया है।
जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट किया है कि भाजपा और संघ को ये नहीं पता कि उनके हर हमले से मुझे भाजपा के खिलाफ लड़ने की और ताकत मिलती जा रही है, मेरे ऊपर हुए हर एक हमले के साथ तुम्हारी हार और हमारी बड़ी होती जाएगी।’ जिग्नेश मेवाणी पर जब यह हमला हुआ, उस वक्त वह बनासकांठा जिले के पालनपुर के तकरवाडा गांव में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे। पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर आरोपी लोगों की तलाश में जुट गई है।
युवा दलित नेता मेवाणी अहमदाबाद से उना के लिए दलित गर्व जुलूस निकालने के बाद सुर्खियों में आए थे। उन्होंने दलित जुलूस के जरिए बीते साल गोरक्षकों द्वारा सौराष्ट्र क्षेत्र में दलित चर्मकारों पर हुई ज्यादती का विरोध किया था। जिग्नेश मेवाणी ने बीते 27 नवंबर को कहा था कि वह गुजरात विधानसभा चुनावों में बनासकांठा जिले के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ेंगे।
राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच नेता, सामाजिक कार्यकर्ता व वकील ने अपने ट्विटर हैंडल से इसकी घोषणा की थी। मेवाणी ने अपने एक ट्वीट में कहा था, “दोस्तों, मैं गुजरात के बनासकांठा जिले के वडगाम-11 सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ रहा हूँ, हम लड़ेंगे, हम जीतेंगे।”