एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जीएसटी पर निशाना कसते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ वक्त पहले जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कह दिया था। इसी बात को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़ी गंभीरता ले लिया। मंगलवार को सूरत में निकाले गए एक जुलूस में शामिल लोग पूरी तरह शोले फिल्म के किरदारों के गेटअप में दिखे।
इस जुलूस में गब्बर सिंह, कालिया, सांभा और ठाकुर सभी एक साथ नज़र आए। इतना ही नहीं, गब्बर घोड़े के साथ मौजूद था, तो कालिया हथियार के साथ चुनाव प्रचार करते नज़र आया, जिसके बाद कांग्रेसी म्युनिसिपल काउंसलर असलम साइकलवाला समेत 5 पार्टी सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं पर दंगे की धाराएं लगाई गई हैं। इस जुलूस को निकालने एक लिए किसी भी प्रकार की अनुमति पुलिस से नहीं ली गई थी। पुलिस के अनुसार नकली हथियारों की वजह से जनता के बीच डर फैल गया है। इस जुलूस में गब्बर बने सब्जी विक्रेता उमर शेख को पुलिस पकड़ने में नाकाम रही। उमर ने ही इस जुलुस में शामिल किरदारों और घोड़े, विग्स अन्य चीजों की व्यवस्था की थी।
एक निजी अखबार से बातचीत में उमर ने फोन पर बताया कि मुझे ऐक्टिंग का शौक है, लेकिन इससे मेरी कमाई नहीं होती। ‘मैं कार्यक्रमों में अकेले ही परफॉर्म करता हूं। गुजर-बसर के लिए ठेले पर सब्जी बेचता हूं।’ ‘काउंसलर असलम मेरे दोस्त हैं। उन्होंने मुझसे गब्बर सिंह का किरदार निभाने के लिए बात की थी । मैंने उसे तुरंत मान लिया। जब पुलिस मौके पर आई तो असलम को पुलिस से बातचीत में बिजी देखकर मैंने वहां से भागना सही समझा।’
इस जुलूस को सूरत का टेक्सटाइल हब माने जाने वाले रिंग रोड पर निकाला गया था। एक किमी लंबा जुलूस जब रोहित मार्केट के नजदीक खत्म हुआ, तो वहां पुलिस पहले से मौजूद थी। मौके पर पुलिस ने जुलुस से जुड़ी जानकारी मांगी तो कोंग्रेसी असफल रहे। जिसके बाद जुलुस में मौजूद लोगों पर आईपीसी की धारा 143 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।