एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जब से मोदी सरकार ने देश में जीएसटी लागू किया है, तब से सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है। राहुल गाँधी ने गुजरात चुनाव के दौरान जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बताकर संबोधित किया था। राहुल के इस बयान पर पलटवार करते हुए देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा कि राहुल गाँधी ने सुझाव दिया था कि जीएसटी की दर सभी वस्तुओं 18% पर कर दी जाए। उन्होंने कहा कि यह बहुत बचकाना विचार था, क्या एक हवाई चप्पल और लक्ज़री कार पर एक ही दर लगाई जा सकती है ?
गुरुवार को जेटली ने कहा था कि क्या आप भारत में ऐसा जीएसटी रख सकते हैं, जहाँ मर्सिडीज कार और हवाई चप्पल पर एक ही कर लगाया जा सकता है? यह सामाजिक स्वीकार्य नहीं है। एक चैनल को टीवी इंटरव्यू देते हुए जेटली ने कहा था कि अगर कोई जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कहता है, तो फिर मैं इतना ही कह सकता हूँ कि उन्हें कितनी जानकारी है और वह कब जानेंगे?
अरुण जेटली ने कहा कि जब कोई व्यक्ति कुछ काम करता है, तो तय है कि उसकी सराहना करने वाले लोगों से उसे प्रशंसा मिलेगी और “उन लोगों की आलोचना करनी होगी, जो या तो इसे समझते नहीं, या जिन्हें सुधारों से नुकसान होता है। बता दें कि सरकार ने कर प्रणाली माल व सेवा कर जीएसटी को एक जुलाई को लागू किया था। इसमें फ़िलहाल चार कर स्लैब है 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत है।















