पारुल पाण्डेय | Navpravah.com
लचर शिक्षा व्यवस्था को लेकर आए दिन बिहार से खबरें आती रहती हैं, अब एक ख़बर और आई है, जो आश्चर्यचकित कर देने वाली है। बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) की एक और बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। बोर्ड ने दसवी के एक मेधावी छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए, उसे हिंदी विषय में 100 में सिर्फ 2 नंबर देकर फेल कर दिया, जबकि छात्र को उस विषय में 100 में 79 नंबर मिले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल में अव्वल नंबर पाने वाला छात्र धनंजय रिजल्ट में अपने दो नंबर देखकर चकित हो गया। वहीं, परिवार और स्कूल प्रशासन भी अपने होनहार छात्र के अंक को लेकर परेशान हो गए, जिसके बाद धनंजय ने स्क्रूटनी का फॉर्म भरा। फिर भी बोर्ड ने स्क्रूटनी में छात्र के अंक में बदलाव नहीं किया और उसे फेल बता दिया।
बोर्ड से छात्र को मदद न मिलने पर उसने आरटीआई फ़ाइल की, जिसके बाद धनंजय को मार्कशीट की फोटो कॉपी उपलब्ध हुई। मार्कशीट मिलने के बाद बोर्ड की भारी लापरवाही का मामला स्पष्ट हुआ। मार्कशीट में जितने अंक छात्र के नाम दर्ज मिले, उससे पूरी व्यवस्था स्तब्ध थी। जिस विषय में छात्र को मात्र 2 अंक दिए गए थे, उसमें उसे 79 अंक मिले थे, यानि डिस्टिंक्शन से भी अधिक अंक थे। इसके अलावा छात्र को गणित में 96 अंक, साइंस में 80 और संस्कृत में 79 अंक प्राप्त हुए है।
ज्ञातव्य हो कि सहरसा की 10वीं की ही छात्रा प्रियंका को बोर्ड की तरफ से संस्कृत में चार और विज्ञान में 29 अंक देकर फेल किया गया था, जिसके बाद प्रियंका बोर्ड के खिलाफ पटना हाई कोर्ट तक गई थी। फैसला आने पर प्रियंका न सिर्फ पास हुई, बल्कि प्रदेश के टॉप स्टूडेंट्स की सूची में शामिल हुई।