सौम्या केसरवानी | नवप्रवाह डॉट कॉम
ओडिशा के पुरी के भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा आज से शुरू हो गई है। हर साल यहां भक्तों का जमावड़ा होता है, लेकिन इतिहास में पहली बार इस धार्मिक यात्रा में श्रद्धालु हिस्सा नहीं ले रहे हैं। दरअसल यह निर्णय एहतियातन लिया गया है, ताकि संक्रमण का मामला न बढ़ने पाए।
कोरोनावायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को देखते हुए श्रद्धालुओं को इस यात्रा में हिस्सा लेने की मनाही है। इसके अलावा ऐसा पहली बार हुआ है, जब यात्रा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। आज सुबह से जगन्नाथ यात्रा शुरू हो गई है, जिसके लिए यहां बड़ी संख्या में पुजारी और मंदिर में काम करने वाले सेवायत इकट्ठा हो गये हैं।
श्रद्धालुओं के लिए रथयात्रा का लाइव टेलीकास्ट किया जाना है। रथयात्रा के मौके पर मंदिर को सजाया गया है, वहीं मंदिर परिसर को पूरी तरह सैनिटाइज़ भी किया गया है। न्यूज एजेंसी ANI की तरफ से आये एक वीडियो के अनुसार, कई सेवायत भगवान बालभद्र की मूर्ति को रथ तक गाते-बजाते हुए ले जा रहे हैं, वहीं एक दूसरे वीडियो में देखा जा सकता है कि रथ पर भगवान को विराजमान किया जा रहा है और रथ के चारों ओर भीड़ लगी हुई है।
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने 22 जून के अपने ऑर्डर में रथयात्रा को मंजूरी देते हुए कहा था कि, यात्रा कोविड-19 के गाइडलाइंस के तहत हो, इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार पर होगी। कोर्ट ने कहा कि, जहां-जहां भी रथयात्रा निकाली जाएगी, वहां रथ को 500 से ज्यादा लोग नहीं खींचेंगे और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा।