अमित द्विवेदी,
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि इस कदम से देश में आर्थिक अराजकता फ़ैल गई है और वैश्विक स्तर पर देश की बड़ी बदनामी हुई है। विपक्ष ने कहा कि सरकार के इस कदम से विश्व के सामने यह बात गई है कि भारत की अर्थव्यवस्था में कालेधन का बोलबाला है।
जनता दल यूनाइटेड के नेता शरद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम मोदी ने वित्त मंत्री को भी इस फैसले की जानकारी नहीं दी थी। अगर उन्होंने जेटली जी से यह बात बताई होती, तो मुझे इसकी जानकारी ज़रूर होती। अरुण जेटली मुझे यह बात ज़रूर बताते, क्योंकि वो मेरे मित्र हैं। शरद यादव की इस बात पर सदन में उपस्थित सभी सदस्य हंसने लगे।
यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, “सरकार के फैसले से गांव के गरीब, किसान बहुत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कालाधन पर अंकुश लगाने के लिए नोट बैन कर देना कोई प्रभावी कदम नहीं है। यादव ने इसके लिए संयुक्त संसदीय समिति बनाने की मांग की।”
शरद यादव ने सत्ता पक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी ने आम जनता के बारे में बिल्कुल नहीं सोचा। उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि आम जनता जो एटीएम के बारे में जानती नहीं है, वो कैसे अपना काम कैसे चलाएंगे। उन्होंने कहा कि इस फैसले से सबसे ज़्यादा परेशान देश की आम जनता है।