शिखा पाण्डेय
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज़ दिसंबर में अफगानिस्तान पर होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस’ में शामिल होने के लिए भारत की यात्रा करेंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने स्वयं दी है और उम्मीद जताई है कि यह यात्रा भात-पाक के बीच के तनाव खत्म करने का एक अच्छा मौका साबित होगी।
अजीज़ ने मीडिया से कहा, “भारत ने दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट कर पाकिस्तान में होने वाले इस सम्मेलन को बेकार कर दिया, उसके बरखिलाफ पाकिस्तान भारत में होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया’ में शिरकत कर इसका जवाब देगा।”
सरताज अजीज़ ने यह भी कहा कि अगर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच के कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप करते हैं और उसे हल कर देते हैं तो वह नोबेल पुरस्कार के पात्र होंगे। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही, “अगर ट्रंप कश्मीर विवाद हल करने में मदद करते हैं तो वह नोबेल पुरस्कार के पात्र होंगे।”
यह सम्मेलन अफगानिस्तान पर तीन दिसंबर को अमृतसर में आयोजित होने वाला है। अगर अजीज इस सम्मेलन में आए तो वह 10 सितंबर के उरी आतंकवादी हमलों के बाद भारत की यात्रा करने वाले पहले वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी होंगे। आपको बता दें कि इस हमले के बाद भारत नवंबर में प्रस्तावित दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट गया था।
पीटीवी द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अजीज का कहना है कि वह खुद इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और वह भारत जैसी गलती नहीं दोहराएंगे, जिसने दक्षेस शिखर सम्मेलन का बायकाट किया था। अजीज ने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि क्या वह सम्मेलन से इतर अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे या नहीं।