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योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर काले धन का मुद्दा उठाया है। रामदेव ने कहा कि सरकार की विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की सुस्त कवायद ने जनता को निराश किया है ।
रामदेव ने कहा, “मैं जहाँ भी जाता हूँ, लोग मुझसे पूछते हैं, ‘बाबा क्या काला धन वापस लाया गया?’ मैं कहता हूं, हाँ.. काला धन अब तक वापस नहीं आया।” उन्होंने कहा,”इसलिए कालेधन जैसे कुछ मुद्दों से मोदी सरकार के खिलाफ लोगों में निराशा पैदा हो रही है।”
रामदेव ने दावा किया कि 80 प्रतिशत कालाधन देश में ही है और केवल 10.20 प्रतिशत विदेशों में है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा कालाधन खनन, स्वर्ण, जमीन, राजनीति और मादक पदार्थों में है। अगर इन पांच क्षेत्रों में कालेधन पर लगाम कस ली जाए तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत लाभदायक होगा। इस सुझाव पर कि उन्होंने बैंकिंग सेक्टर पर भी धावा बोलना चाहिए, रामदेव ने कहा कि वह इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में बातचीत के दौरान उन्होंने दावा किया कि उनके तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कोई अनबन नहीं है। उन्होंने कहा,” पिछले 15 वर्ष से एक बार भी ऐसा नहीं हुआ जब मेरी मोदी जी से बहस हुई हो। मैं दो तीन महीनों में एक बार मोदी जी से बात करता हूँ। अगर मुझे देश से जुड़े किसी मुद्दे पर कोई राय देनी होती है तो मैं अरुण जेटली जी से बात करता हूँ। मैंने काले धन के मुद्दे पर उनसे बात की है।”