नई दिल्ली. भारत में बहुत से राज्यों में मछली का शिकार कर अपना व्यपार करते है. समुंद्र में शार्क और व्हेल को छोड़कर कुछ ही मछलियां 150 किलो तक मिलती है, हम सबने वैसे तो बाजार में बहुत सी मछलियां देखी और खाई होंगी, लेकिन क्या कभी बाजार में 60 से 150 किलो तक की मछली बिकते हुए देखा है. नहीं ना! लेकिन ऐसा कुछ भारत के एक राज्य में देखने को मिल रहा है, जहाँ 150 किलोग्राम से भी ज्यादा की मछली बाजार में मिल रही है.
छत्तीसगढ़ में एक ऐसी भी मछली पाई जाती है जिसका वजन 150 किलोग्राम से भी ज्यादा होता है. वहीं इस खास मछली का नाम बोध है जो छत्तीसगढ़ के इंद्रवाती नदी में पाई जाती है. हालंकि लगातार पकड़ कर बेचे जाने की वजह से इस मछली की प्रजाति ही विलुप्त होने के कगार तक पहुंच चुकी है. बता दें कि इस मछली को बस्तर का शार्क भी कहा जाता है.
वहीँ गर्मी के दिनों में इंद्रावती नदी का जलस्तर नीचे आते ही बड़े पैमाने पर इस मछली को पकड़ने का काम शुरू हो जाता है. लगातार पकड़े जाने की वजह से अब इनकी संख्या तेजी से घटने लगी है. बारसूर बाजार में इसे खुलेआम बेचा भी जाता है. मछली पकड़े जाने के बाद गांव के लोग कुल्हाड़ी से काट कर अपने हिस्से का बंटवारा करते हैं.
आपको बता दें कि बस्तर के मछुआरा संघ ने इस मछली को लगातार पकड़े जाने के बाद कहा है कि बोध मछली क्या है? और इसकी महत्ता क्या है? इस दिशा में कभी गंभीरता से काम नहीं किया गया. जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो यह प्रजाति खत्म हो जाएगी.