शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद तमाम मीडिया चैनलों व अन्य सूत्रों से खबर आ रही थी कि भले योगी को मुख्यमंत्री बनाया गया हो, लेकिन राज्य की बागडोर केंद्र के हाथ में होगी। योगी मात्र कठपुतली होंगे, सूत्रधार खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। जैसे मनमोहन सिंह का रिमोट सोनिया गांधी के हाथ में था, वैसे ही योगी का रिमोट मोदी के हाथ में होगा।
ऐसी तमाम खबरें मात्र अफवाह साबित हुई हैं। जी हां! प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री को काम करने की पूरी आजादी होगी। भाजपा के बड़े नेताओं और आला सरकारी अधिकारियों ने खुद यह जानकारी दी है।
भाजपा के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं के हवाले से अंग्रेजी अखबार इकनॉमिक टाइम्स ने खबर छापी है कि योगी को अपने निर्णय स्वतंत्रता से लेने का अधिकार होगा, उसमें केंद्र की दखलंदाज़ी नहीं होगी। नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर उन्होंने अखबार को बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से उतर प्रदेश सरकार को कंट्रोल करने की जो भी खबरें आ रही हैं, वे मात्र अफवाह हैं, जनता को गुमराह करने के लिए फैलाई जा रही हैं।
गौरतलब है कि पहले यह खबर आयी थी कि प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा को योगी के हर कदम पर नज़र रखने के लिए व लखनऊ में राज्य की प्रशासनिक नियुक्तियों की निगरानी के लिए तैनात किया गया है। अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने इस मामले को लेकर कहा कि यह खबर बिलकुल झूठी है। एक अधिकारी ने बताया, “कुछ मीडिया हाऊस ने जिस दिन मिश्रा के लखनऊ में होने की बात कही थी, उस दिन वह दिल्ली में थे। हम इन खबरों से चकित हैं।”
भाजपा के एक बड़े नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ संवेदनशील नियुक्तियों पर चर्चा अवश्य की जायेगी, लेकिन राज्य को केंद्र द्वारा पूर्णतः कंट्रोल किए जाने की बात बिलकुल झूठी है।