एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
फ़िल्म टेलीविजन एंड इंस्टिटयूट ऑफ़ इंडिया के पूर्व चेयरमैन और फ़िल्म अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान ने हाल ही में हुई। एक ख़ास बातचीत में अपने फ़िल्मी सफ़र से जुड़े कई क़िस्से शेयर किए। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी, तब उन्हें बिलकुल अंदाज़ा नहीं था कि क्या होगा लेकिन पहले दिन से ही उन्होंने अपने काम के प्रति ईमानदार होने का द्रढ निश्चय कर लिया था।
इसी बात की वजह से उन्हें काम मिलता गया। उस वक़्त टेलिविज़न की शुरुआत हो रही थी, उनका काम और काम के प्रति ईमानदारी प्रोड्यूसर को इतनी भाती कि वह उन्हें अपने दूसरे सीरियल में भी रिपीट करते और बस इसी ईमानदारी का नतीजा है कि आज भी गजेंद्र सिंह चौहान अपने काम और शूटिंग में बिजी हैं।
हालाँकि इस सीधे साधे अभिनेता की ज़िंदगी में ज़बरदस्त कोंट्रोवरसी भी हुई। जब इन्हें एफटीआई का चेयरमैन बनाया गया तब मीडिया से लेकर तमाम दूसरी पार्टी के लोगों ने उनकी ख़ूब खिंचाई की, लेकिन गजेंद्रसिंह चौहान ने अपना धैर्य खोए बग़ैर शांति भाव से इतना काम किया कि उनके ख़िलाफ़ बोलने वालों के मुँह बंद हो गए, क्योंकि सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक़ गजेंद्र सिंह चौहान ने फ़िल्म एंड टेलिविज़न इंस्टीट्यूट ओफ इंडिया के इतिहास को बदल कर रख दिया। मैनेजमेंट से लेकर कोर्स और स्टूडेंटस के लिए बेहतर भविष्य और नई तकनीकों को ध्यान में रखते हुए गजेंद्र सिंह चौहान ने जमकर काम किया।
हालाँकि इनके चेयरमैन पद पर कुर्सी सम्भालते वक़्त बालीवुड से लेकर तमाम दूसरी पार्टियों के लोग प्रोटेस्ट का हिस्सा बन इनकी खिंचाई करते नज़र आए, लेकिन उसके बाद इनके काम की सराहना किसी ने नहीं की।
मीडिया से हुई इस खासबातचीत के दौरान गजेंद्र सिंह चौहान ने राजनीतिक मुद्दों पर भी खुलकर बातचीत की और कहा कि इस वक़्त विरोधी पार्टी और महागठबंधन के पास कोई विजन और काम नहीं है। उनके सिर्फ़ एक ही बात सूझ रही है कि मोदी हटाओ, जब कि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी निरंतर काम करते हुए देश को आगे बढ़ाने का सोचते हैं और काम करते हैं, जबकि विपक्ष देश के बारे में नहीं बल्कि हर आदमी प्रधानमंत्री बनने को बेताब है।
यहाँ तक कि पार्टी की विचारधारा और पार्टी अपने माँ बाप की तरह होती है। जब ये लोग अपनी विचारधारा ही राजनीतिक फ़ायदे के लिए बदल लेते हैं, तो इन्हें क्या कहें ये कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन हमारा काम अपने देश के प्रधानमंत्री को सहयोग करना और उनका सम्मान करना है।
इस बातचीत के दौरान गजेंद्र सिंह चौहान ने साफ़ किया कि उनकी पार्टी बीजेपी में सब बढ़िया है, ये जो खींचा तानी और यह सब ख़बरें है ऐसा कुछ नहीं हैं। पार्टी में सब अपने अपने सुझाव रखते हैं और फिर एक निर्णय लिया जाता है, तब ही सही दिशा आती है।
हालाँकि इस बातचीत के दौरान देश और कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के दौरान गजेंद्र सिंह चौहान थोड़ा ग़ुस्सा करते हुए बोले कि देश में रहते हुए देश विरोधी बात करने का किसी को हक़ नहीं है। और जो लोग ऐसा करते हैं। इनके ख़िलाफ़ ठोस क़दम उठाए जाने चाहिए और हाल ही कांग्रेसी नेता सैफ़ुद्दीन सोज़ के कश्मीर आज़ादी के बयान पर तीखे अन्दाज़ में गजेंद्र सिंह चौहान ने कहा देश के टुकड़े करने की बात न करें।
भारत की रोटी खाने वाले अगर पाकिस्तान को सहयोग करते हैं, तो फिर उन्हें भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए था। तो वही बच्चियों के साथ बढ़ती घटनाओं पर गजेंद्र सिंह चौहान ने कहा, “एक मासूम बच्ची के साथ ऐसा कुकर्म महापाप है और ऐसे लोगों को बख्श्ना नहीं चाहिए। कोई माफ़ी नहीं सख़्त क़ानून बने और रेपिसट को कम से कम फाँसी हो।” उन्होंने कहा कि मेरी निजी राय है कि इस सज़ा को टेलिकास्ट करना चाहिए।
सऊदी अरब के जैसे इस तरह की सज़ा के विडियो वायरल होते हैं। ऐसी ही सज़ा हमारे देश में हालाँकि पोसिबल नहीं है लेकिन टेलिकास्ट होनी चाहिए। ताकि लोगों की करना तो दूर ऐसा सोचने में भी रूह काँप जाए, लेकिन फिर ह्यूमन राइट्स आ जाएँगे बीच में। जबकि इस में मानवता कुछ है ही नहीं, तो मेरा निवेदन है की ऐसी कड़ी सज़ा दी जाए। ताकि कोई ऐसा करना तो दूर सोचने की भी हिम्मत ना करे।