पीयूष चिलवाल। Navpravah.com
गोरखपुर मेडिकल काॅलेज में 2 और बच्चों की मौत। पिछले 48 घंटे में समेत 63 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत की वजह आॅक्सीजन न मिल पाने की वजह से मौत होने की बात सामने आयी है तो वहीं सरकार यह मानने को तैयार नहीं है सरकार का कहना है कि बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस यानि दिमागी बुखार की वजह से हुई है।
वहीं आक्सीजन आपरेटर के पत्र के सामने आने के बाद हडकंप मच चुका है। दो दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अस्पताल का दौरा किया था लेकिन इस दौरान उन्हें इस मामले की भनक तक नहीं लगने दी गयी। आक्सीजन आपरेटर 9 अगस्त के इस पत्र में लिखा गया है कि आक्सीजन काफी कम मात्रा में बची हुई है उसे तत्काल भरे जाने की जरूरत है सप्लाई 10 अगस्त को सुबह 11 बजे तक खत्म होने की बात भी की गयी है लेकिन अस्पताल ने इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की।
उधर यूपी की स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ और शिक्षा मंत्री आशुताष टंडन आज गोरखपुर का दौरा करेंगे सिद्धार्थनाथ ने कहा है कि मामले की जांच 24 घंटे में हो जाएगी और जो भी दोशी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। वहीं स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री आशुताष टंडन ने अपने बयान में आक्सीजन की कमी की बात को नकारा है और कहा है कि मौतें इंसेफेलाइटिस से हुई हैं।
सीएम यागी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए त्वरित कार्रवाई की बात कही है और उनके इलाहबाद दौर को रद्द कर गोरखपुर आने की आशंका जताई जा रही है। वहीं कांग्रेस के कई नेता भी अपने शीर्ष प्रतिनिधिमंडल के साथ आज गौरखपुर का दौरा करेंगे।
खस्ताहाल अस्पताल में 7 अगस्त से लगातार बच्चों की मौतों की संख्या में इजाफा हुआ है। 7 अगस्त को 9 बच्चों की मौत हुई, 8 अगस्त को 12 तो 9, 10 और 11 को क्रमशः 9, 23, 7 बच्चों की मौत हो चुकी है।