अभिजीत मिश्र । Navpravah.com
महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन खत्म हो चुका है, मगर मध्य प्रदेश में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में चल रहे ‘किसान असहयोग आंदोलन’ के तीसरे दिन किसान हिंसक हो गए और पूरे शहर में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। शहर के ए.बी. रोड में भड़के हुए किसानों ने चक्का जाम कर दिया और बसों में भी तोड़ फोड़ की। उन्होंने करीब 5 गाड़ियों को जला कर राख कर दिया और दर्जनों गाड़ियाँ तोड़ दीं।
उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। रतलाम जिले में सब्जी बेचने वालों और किसानों की बीच लड़ाई हो जाने से रतलाम का माहौल भी बिगड़ गया। भड़के दुकानदारों को संभालने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की।
उज्जैन में भी 300 दुकानों को आंदोलन के नाम पर नष्ट कर दिया गया। जहाँ खाचरौद में किसानों ने लोडेड ट्रक रोक कर, उसमें भरे सारे टमाटर सड़क पर फेंक दिए, वहीं कई अन्य जगहों पर दूध और घी को बहा कर अपना गुस्सा दिखाया।
अब तक हुई इस हिंसा में 2 पुलिस के सिपाही और 5 अन्य लोग जख्मी हुए हैं। पत्थर बाज़ी में एसएसपी रूपेश दुबे भी घायल हो गए हैं। फिलहाल मध्यप्रदेश पुलिस ने भड़के व्यापारियों और किसानों को काबू में कर लिया है और करीब 8 लोगों की गिरफ्तारी की है।