कोमल झा| Navpravah.com
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार टॉयलेट एक प्रेम कथा प्रमोट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।फिल्म के जरिए वो लोगों को घर घर में शौचालय का संदेश देने चाह रहे हैं। अक्षय कुमार कल सफाईकर्मियों से रुबरू हुए और उनकी समस्याएं भी सुनने की कोशिश की। फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ का नाम पहले ‘संडास एक प्रेम कथा’ रखा गया था।इस बात का खुलासा अक्षय कुमार ने खुद अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान किया है।
दरअसल टॉयलेट एक प्रेम कथा एक ऐसे शादीशुदा आदमी की कहानी है जो प्यार के लिए शौचालय बनाने के लिए संघर्ष करता है। फिल्म में महिलाओं के खुले में शौच करने को लेकर उठे मुद्दे को उठाया गया है। अक्षय ने बताया कि ये फिल्म ऐसे विषय पर थी कि इस पर बात करने को लेकर लोग मानते थे कि यह टैबू है। अक्षय ने साथ ये बताया कि फिल्म के लेखक सिद्धार्थ और गरिमा ने ही फिल्म के ओरिजनल टाइटल के बारे में सोचा था, लेकिन फिर हमने इसमें चेंज करते हुए टॉयलेट शब्द का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर समझा।अक्षय कुमार ने साथ ही बताया कि चार साल तक इस फिल्म की स्क्रिप्ट कई स्टार्स के पास पहुंची, मगर किसी को भी पसंद नहीं आई और किसी ने भी इस फिल्म में काम करने के लिए हां नहीं की। पर जब मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट मिली तो यह मुझे यह काफी पसंद आई और इसके फिल्म के लिए फौरन हां कर दिया । इस मौके पर अक्षय ने मुंबई की साफ सफाई करने वाले क्लीन आप मार्शल्स की तारीफ करते हुए कहा कि कई बार लोग इन लोगों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं जबकि ये लोग बहुत ईमानदारी से काम कर रहे हैं।
अक्षय ने फिल्म के एक गाने ‘हंस मत पगली’ में हीरोइन को स्टॉक किए जाने को लेकर उठ रहे सवालों पर कहा कि वो किरदार ही कुछ इस तरह का है। साथ ही अक्षय ने कहा है कि एक व्यक्ति में सारी अच्छाइयां ही तो नहीं दिखाई जा सकती हैं। अनुपम खेर ने अक्षय की बात का बचाव करते हुए कहा है कि एक व्यक्ति में अगर किसी तरह की बुराई नहीं दिखाई जाएगी तो फिर फिल्म में उसमें होने वाले पॉजिटिव बदलावों को नहीं दिखाया जा सकता है।
आपको बता दें कि फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इस विषय पर फिल्म बानने को लेकर अक्षय कुमार को बधाई दी थी। ऐसे में रिलीज से पहले फिल्म पीएम मोदी को दिखाने जाने से जुड़े एक सवाल पर अक्षय ने कहा है कि वो प्रधानमंत्री को फिल्म दिखाना जरूर पसंद करेंगे, मगर वो एक व्यस्त व्यक्ति हैं और उनके पास फिल्म देखने के अलावा भी कई तरह जरूरी काम हैं।