लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी नेता एवं हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व प्रमुख सुनील सिंह अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इस दौरान सुनील सिंह ने उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी को उखाड़ फेंकने की सौगंधी भी खाई।
शनिवार को लखनऊ में हुए सपा के कार्यक्रम में सुनील सिंह ने बीजेपी पर प्रदेश के छात्रों, किसानों और महिलाओं को धोखा देने का आरोप लगाया। सुनील सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘राइट-हैंड’ माना जाता था। वो वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके चहेते सिपहसालारों में से एक थे। लेकिन हफ्तेभर पहले एसपी प्रमुख अखिलेश यादव से लखनऊ में हुई मुलाकात से उनका ‘मन’ बदल गया और शनिवार को वो अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
हिंदू युवा वाहिनी के नेता सुनील सिंह के ऊपर योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही रासुका (NSA) भी लगी। सुनील सिंह ने जब खुद को हिंदू युवा वाहिनी का प्रमुख घोषित कर दिया था, उसके बाद उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। तब उन्होंने एक अलग संगठन हिंदू युवा वाहिनी (भारत) बना लिया। शनिवार को एसपी में शामिल होने के बाद बीजेपी के ऊपर उन्होंने प्रदेशवासियों को धोखा देने का आरोप लगाया।
सुनील सिंह ने कहा, ‘बीजेपी ने राज्य के लोगों- चाहे वो किसान हो या नौजवान, सभी को धोखा दिया है। ऐसे में प्रदेश के युवाओं और आम लोगों ने अखिलेश यादव जैसे सक्षम और युवा नेता में अपना भरोसा जताया है, जो उन्हें बीजेपी के कुशासन से मुक्ति दिला सकता है। इसलिए मैं और मेरे संगठन के तमाम साथी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। एसपी नेता सुनील सिंह ने कहा कि वर्ष 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।