अनुज हनुमत,
लखनऊ। पूरे देश में तीन तलाक को लेकर छिड़ी बहस के बीच ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने शुक्रवार को मॉडर्न निकाहनामा पेश किया, जिसमें महिलाओं को समान अधिकार के अलावा पत्नी को भी तलाक देने का हक दिया गया है। इसके लिए मौलाना यासूब अब्बास ने मॉडर्न निकाहनामा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ. कल्बे सादिक को सौंपा है ।
आपको बता दें कि डॉ. सादिक ने इसे मंजूरी देते हुए बोर्ड के अन्य सदस्यों से बातचीत कर लागू कराने का भरोसा दिया है। लेकिन अभी इसके लागू होने में कई अड़चने आ सकती हैं। ज्ञात हो कि देश में ज्यादातर मुस्लिम आबादी सुन्नी मुस्लिमों की है और सुन्नी मुस्लिमों की संस्था ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस में हलफनामा देकर कह चुकी है कि सामाजिक सुधार के नाम पर पर्सनल लॉ को बदला नहीं जा सकता। इसलिए महिला ऐक्टिविस्टों ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार देने की मांग की है।
ये मांग पिछले दिनों कुछ मुस्लिम महिला संगठनों ने पर्सनल लॉ बोर्ड के बारे में कहा था कि इसका रुख इस्लाम और महिला विरोधी है। इसके बाद कई महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने तीन तलाक और बहुविवाह जैसी रवायतों पर रोक लगाने की मांग की थी। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने खुद ही संज्ञान में लेते हुए तीन तलाक, बहुविवाह को गैरकानूनी बताया है। फिलहाल अभी तो यह मुद्दा इतनी जल्दी शांत होता नहीं दिख रहा है, क्योंकि इस विषय पर दोनों पक्ष अब मैदान पर आ गए हैं ।