मुंबई जैसे महा शहर में ऐसे डॉक्टर है जिनके पास कोई डिग्री नहीं है. लेकिन कई सालो से ये क्लीनिक चला रहे है.ये डॉक्टर जिनके पास कोई डिग्री नहीं हैऔर ना ही पढ़े-लिखे है. लेकिन ये डॉक्टर मरीजों को परामर्श तो देते ही थे साथ ही सर्जरी भी कर देते थे.
यह घटना मुंबई के स्लम एरिया में इस क्लीनिक से रोज लाखों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है. इसमें जो डॉक्टर है उनके पास किसी अस्पताल में सहायक बनने की भी योग्यता नहीं ऐसे फर्जी डॉक्टर्स मरीजों को ना सिर्फ परामर्श दे रहे थे बल्कि उनकी सर्जरी तक कर रहे थे.
ऐसे डॉक्टर झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार किये गए है. जो पिछले पांच साल से बिना डिग्री के मरीजों से खिलवाड़ कर रहे थे. मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मुंबई के पूर्व उपनगरीय इलाके में यह छापेमारी की है जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक पकड़े गए डॉक्टरों के पास बेसिक स्कूली शिक्षा भी नहीं है और इनमें से कुछ तो सिर्फ पांचवीं पास ही हैं.
गिरफ्तार हुए डॉक्टर के ज्यादातर क्लीनिक गोवंडी इलाके में है जहां काफी घनी आबादी है. ये डॉक्टर न सिर्फ चिकित्सकीय सलाह देते थे बल्कि कई मरीजों की सर्जरी तक कर चुके हैं. मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम मरीज बनकर क्लिनिक में जानकारी जुटाने पहुंची थी जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टरों का भंडाफोड़ हुआ. जांच में पाया गया कि ये सभी हकीम बगैर किसी मेडिकल शिक्षा और सर्टिफिकेट के इलाके में क्लीनिक चला रहे थे.
फर्जी डॉक्टरों की पहचान मुकुल अमर (34 के तौर पर हुई है जो सिर्फ 11वीं तक पढ़ा है. इसके अलावा 12वीं तक पढ़ा कमरुद्दीन, पांचवीं पास मकसूद अंसारी, 8वीं पास किस्मत शाह और छठवीं पास तैयब चौधरी को भी इस भर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इनमें से किसी भी आरोपी के पास प्रैक्टिस के लिए जरूरी दस्तावेज और संबंधित डिग्री नहीं मिली है.
एक पुलिसकर्मी ने जब इनसे पढ़ाई और मेडिकल डिग्री के बारे में पूछा तो यह पुलिस को गुमराह करने लगे. लेकिन बाद में इन्होंने जो खुलासे किए वह चौकाने वाले थे क्योंकि पिछले करीब पांच साल से ये सभी अपना क्लिनिक चला रहे हैं और मासूम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.
मुंबई के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग किसी क्लीनिक में वार्ड व्बॉय और सहायक के तौर पर काम करने के काबिल भी नहीं है, डॉक्टरों और क्लीनिक चलाना तो दूर की बात है. उन्होंने कहा कि कई लोग इनसे मेडिकल परामर्श लेने आते थे जिनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग शामिल हैं. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर शिवाजी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया जिसके बाद इनकी पेशी हुई और 10 फरवरी तक आरोपियों की कस्टडी में रखा जाएगा.
मुंबई के ऐसे डॉक्टर जो लोगो को फर्ची का चुना लगा रहे थे. ये डॉक्टर के पास कोई डिग्री नहीं होने पर भी ये सर्जरी भी करते थे. मुंबई में ऐसे कई मामले सामने आये है.