ब्यूरो,
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने कहा है कि बटला हाउस एनकाउंटर फर्जी नहीं था। उनके अनुसार बटला हाउस एनकाउंटर एक सही कार्रवाई थी और पाटिल ने उस एनकाउंटर पर सवाल उठाने को पूरी तरह से गलत बताया है।
शिवराज पाटिल ने इस पर दिग्विजय सिंह द्वारा सवाल उठाए जाने पर कहा कि यदि किसीको इसपर संदेह है,तो यह उसकी ज़िम्मेदारी है कि वह उसे प्रमाणित करे। गौरतलब है कि यह एनकाउंटर शिवराज पाटिल के कार्यकाल में ही हुआ था और इस एनकाउंटर पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह सहित कुछ दूसरे कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया था व इसकी न्यायिक जांच की मांग भी की थी।
दूसरी ओर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दिग्विजय सिंह द्वारा बटला हाउस पर गुमराह करने वाला भाषण देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एनआइए जांच की मांग की है। स्वामी ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि कांग्रेस नेता जानबूझ कर क्यों देश को भटका रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने खिलाफ एनआइए जांच की सहमति देनी चाहिए। हालांकि दिग्विजय ने कल इस बात को फिर दोहराया कि मेरा स्टैंड क्लियर हैं, बटला हाउस एनकाउंटर फर्जी था।
क्या था ऑपरेशन बटला हाउस–
ऑपरेशन बटला हाउस दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हुआ था। यह ऑपरेशन 19 सितंबर, 2008 को हुआ था, जिसमें इंडियन मुजाहिद्दीन के दो संदिग्ध आतंकवादी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गये थे और अन्य दो भागने में सफल हो गये थे। इसमें पुलिस इंसपेक्टर मोहन चंद्र शर्मा शहीद हो गये थे। इस एनकाउंटर का जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों व शिक्षकों के एक वर्ग, सपा, बसपा सहित कांग्रेस के एक धड़े ने विरोध किया था और न्यायिक जांच की मांग उठायी थी।