सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
बिहार की राजधानी पटना में आज सियासी गहमागहमी तेज है, नीतीश द्वारा महागठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने से नाराज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव पटना में ‘जनअदालत’ लगाने के लिए लोगों के बीच पहुंचे।
राजधानी पटना में शरद यादव एस. के. मेमोरियल हॉल में आहूत ‘जनअदालत’ लगाए हैं, इस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है, शरद गुट के समर्थकों ने पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए हैं। जिसमें लिखा है ‘जनअदालत का फैसला- महागठबंधन जारी है। शरद गुट की ओर से आयोजित ‘जनअदालत’ के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता क़े सी़ त्यागी ने कहा कि यह पार्टी का आधिकारिक कार्यक्रम नहीं है।
शरद यादव ने एस. के. मेमोरियल हॉल में जनअदालत में बड़ी बातें कही, उन्होंने कहा कि गठबंधन का पांच साल का वादा था। जनता ने हमें अमानत दी थी और घोषणापत्र इमान होता है।
नीतीश कुमार ने पिछले महीने महागठबंधन से नाता तोड़कर बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाई, इसके बाद से ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और सांसद शरद यादव तथा उनके समर्थक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।
इस बैठक में यह तय माना जा रहा है कि जद (यू) में दरार पड़ चुकी है और अब जद (यू) में टूट की औपचारिकता शेष है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में अपने सरकारी आवास पर पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। जिसमें पार्टी भाजपा की अगुवाई वाले NDA में शामिल होने का न्यौता औपचारिक तौर पर स्वीकार कर सकती है।