शिखा पाण्डेय,
खेल मंत्री विजय गोयल ने संकेत दिए हैं कि भले ही नरसिंह यादव की रियो ओलंपिक में भाग लेने की संभावनायें लगभग खत्म हो गई हैं लेकिन उसे अपना बचाव करने का पूरा मौका दिया जायेगा।
गोयल ने मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर ‘रन फोर रियो’ से जुड़े कार्यक्रम में पहले तो यह कहा कि रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व 119 सदस्यीय दल करेगा। पहले यह संख्या 120 थी। फिर उन्होंने कहा कि नरसिंह के डोप मामले में वाडा के नियमों के दायरे में रहकर सारी जांच की जायेगी और तभी उचित निर्णय लिया जाएगा।
गोयल ने यहां कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश की प्रतिष्ठा सर्वोपरि है और कोई भी काम नियमों के दायरे में ही हो सकता है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी खेलों में डोपिंग की जांच के लिये स्वायत्त संस्था है जो वाडा की आचार संहिता के तहत काम करती है। हम सभी चाहते थे कि नरसिंह रियो जाएँ लेकिन अगर कानून आड़े आ जायेगा तो हम कुछ नहीं कर सकते। हम इतना कह सकते हैं कि इस मामले में वाडा की आचार संहिता पर अमल किया जायेगा।”
गोयल ने कहा, “देश की प्रतिष्ठा से बढ़कर कुछ नहीं और इसके लिये नियमों के तहत चलना पड़ता है। खेलों में शुचिता बरकरार रखना हमारा लक्ष्य है। उसके साथ कोई समझौता नहीं हो सकता।”