प्रधानमंत्री ने कहा कि राजन की देशभक्ति में कोई कमी नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो यह गलत है। आपको याद दिला दें कि स्वामी ने हाल ही में राजन, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास पर निशाना साधा था,साथ ही स्वामी ने जेटली का नाम लिए बिना उन पर कुछ तल्ख टिप्पणियां की थीं, जिसपर प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
टाइम्स नाउ द्वारा स्वामी की टिप्पणियों के विषय में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, “चाहे मेरी पार्टी में हों या नहीं, मेरा मानना है कि ये चीजें अनुचित हैं। प्रचार पाने की इस लालसा से कभी भी देश का भला नहीं होगा। लोगों को बहुत जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए। अगर कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो ये गलत है।”
यह पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर उनका संदेश स्पष्ट है,मोदी ने कहा, “मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है। मुझे इस बारे में कोई भ्रम नहीं है।” मोदी ने राजन की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि राजन किसी पद पर रहें या नहीं रहें लेकिन वह भारत की सेवा करना जारी रखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके साथ मेरा अनुभव अच्छा रहा है और उन्होंने जो काम किया है उसकी मैं सराहना करता हूं। वह कोई कम देशभक्त नहीं हैं। वह भारत से प्रेम करते हैं। वह जहां भी काम करेंगे, देश के लिए काम करेंगे।”
राजन के पद से हटने से विदेशों में भारतीय अर्थव्यवस्था की छवि प्रभावित होने की खबरों और आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर और इस सवाल पर कि क्या इससे निवेश को नुकसान होगा, मोदी ने कहा कि अगर 2014 में उनके सत्ता संभालने के बाद तीन महीने तक की खबरें याद हों तो इस बारे में अनेक लेख लिखे गए थे कि क्या राजन को इस पद पर बनाए रखा जाएगा या नहीं, क्योंकि उनकी नियुक्ति संप्रग सरकार ने की है। उन्होंने कहा, “उन खबरों में कहा गया था कि मैं उन्हें गवर्नर पद पर नहीं रहने दूंगा, तो यह बात गलत साबित हुई।”