अभिजीत मिश्र,
मायावती के ऊपर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ बसपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
बसपा नेता मेवालाल ने दयाशंकर के खिलाफ अनुचित जाती एवं जनजाति अधिनियम दंड संहिता की धाराएं लगाने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने हज़ारों की तादात में इक्कठा होकर अम्बेडकर की प्रतिमा पर प्रदर्शन करते हुए कई गाड़ियों की तोड़फोड़ की और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
प्रदर्शन में महिलाओं ने भी जम कर हिस्सा लिया।
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के कार्यालय को घेरने की घोषणा की है। भाजपा ने दयाशंकर के द्वारा की गई टिप्पणी की निंदा की और खेद प्रकट करते हुए उन्हें पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है।
सिंह अब छह साल तक पार्टी में काम नहीं कर पाएंगे।
इस बात को ले कर संसद में भी हंगामा हुआ, अरुण जेटली ने खेद जताते हुए की गई टिप्पणी की निंदा की है। मायावती अभी भी दयाशंकर की पार्टी से निकाले जाने भर से संतुष्ट नहीं है। वो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग कर रही है।