सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश का दावा करने वाली बसपा खुद ही अपराधियों को टिकट दे रही है। बसपा ऐसा करके अपने दावों से ही नहीं पलट रही, बल्कि चुनाव आयोग की नियमों की भी धज्जियां उड़ाने में लगी हुई है। इससे पहले भी बसपा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर जातिगत आधार पर टिकट बाटने का काम किया था।
बसपा प्रमुख मायावती को कई बार उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने का दावा करते देखा गया है। इसी मुद्दे पर अपनी सबसे बड़ी विरोधी पार्टी सपा को कई बार घेरती आईं हैं। लेकिन लग रहा है कि उत्तर प्रदेश के आगामी चुनाव में वह इस बात का खयाल रखना भूल गई। इसलिए उन्होंने चुनाव के लिए जारी की पहली लिस्ट में 7 ऐसे उम्मीवारों को टिकट दिए, जिन पर कई आपराधिक मामलें दर्ज हैं और कई मामलों में सुनवाई भी जारी है।
सहारनपुर की बेहट सीट से मो. इकबाल पर 9 केस दर्ज है, इनमें से कुछ मामलों की सुनवाई जारी हैं। मेरठ की किठौर सीट से गजराज सिंह पर भी मुकदमा चल रहा है। बिजनौर की चांदपुर सीट से मो. इकबाल पर भी गंभीर धाराओं में कई केस दर्ज है। गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से अमरपाल शर्मा पर भी कई केस दर्ज हैं। बुलंदशहर से अलीम खान पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। इसी तरह कई और लोगों पर अपराधिक घटनाएं दर्ज हैं, अब देखना ये होगा कि इस पर बसपा क्या सफाई देगी।