सौम्या केसरवानी।Navpravah.com
लखनऊ मेट्रो 6 सितम्बर से शहरवासियों के लिए चलने लगी है, लेकिन शहरवासियों की उत्सुकता निराशा और डर में व्याप्त होने लगी है। इसका कारण ये है कि 60 घंटे के भीतर मेट्रो दूसरी बार ख़राब हो चुकी है।
इस तकनीकी खराबी के चलते शुक्रवार शाम को मेट्रो उसी जगह ख़राब हुई जहां पर बुधवार सुबह मेट्रो ख़राब हुई थी, करीब एक घंटे मेट्रो के खड़े रहने के दौरान ऐसी लाइट बंद हो गए, गर्मी की वजह से यात्री बेहाल हो गए।
चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर जा रही मेट्रो दुर्गापुरी और मवैया स्टेशन के बीच खड़ी हो गई, सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मेट्रो के कर्मचारियों ने यात्रियों को इमरजेंसी गेट से बाहर निकाला। ट्रेन से बाहर निकलने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
इस मामले में मेट्रो के जनसम्पर्क अधिकारी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि एमरजेंसी ब्रेक लगाने से मेट्रो खड़ी हो गई थी, इस ट्रेन को ट्रांसपोर्ट नगर डिपो भेज दिया गया, रूट पर मेट्रो का संचालन करीब एक घंटे बाद फिर शुरू हो गया था।
लखनऊ मेट्रो का 5 सितंबर को उद्घाटन किया गया था, बुधवार सुबह कमर्शियल रन के पहले ही चक्कर में लखनऊ मेट्रो रास्ते में ही ख़राब हो गई थी। इस ट्रेन में 101 यात्री फंसे थे।
मेट्रो के ख़राब होने की सूचना मिलते ही एलएमआरसी प्रशासन में हड़कंप मच गया था।
आनन-फानन में मेट्रोकर्मी मौके पर पहुंचे और लखनऊ मेट्रो के इमरजेंसी गेट से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित यात्रियों को बाहर निकाला गया था।